क्या आप जानते है कि On Page SEO Kya Hota Hai और On Page SEO कैसे करें? जब किसी भी वेबसाइट का एसईओ करने बात आती है तो तीन तरह से seo किया जाता है, On Page SEO, Off Page SEO, Technical SEO लेकिन जब किसी भी नई पोस्ट को अपलोड करना हो तो उसके लिए ऑन पेज एसईओ ही किया जाता है। इससे आप अपनी पोस्ट को किसी भी सर्च इंजन पर अच्छी रैंकिंग दिला सकते है। आज के इस आर्टिकल में हम On Page SEO के बारे में बात करेंगे और साथ ही बतायेंगे कुछ ऐसी On Page SEO Best Techniques जिनसे आप खुद बड़ी आसानी से अपनी वेबसाइट अथवा ब्लॉग का ऑन पेज एसईओ कर सकते है।
शुरू से लेकर अब तक सर्च इंजन के एसईओ टेक्निकस और नियमों में बहुत सारे बदलाव आये है। पहले जब सर्च इंजन पर किसी keyword को सर्च किया जाता था तो उसके बारे में इतनी सटीक जानकारी नहीं प्राप्त होती थी जितनी की आज के समय में होती है। लेकिन समय के साथ search engine algorithms में कई सारे सुधार किए गए और अभी भी इनमें समय-समय पर बदलाव होता रहता है। उसी के साथ SEO Techniques में भी चेंज होता रहता है लेकिन यह इतना ज्यादा नहीं होता।
SERP में top ranking पाने के लिए आपको algorithm के नियमों का पालन करते हुए अपनी वेबसाइट का On Page SEO करना होता है। यदि आप ऐसा नहीं करते है तो आप किसी भी सर्च इंजन पर पहले ही नहीं बल्कि स्टार्टिंग के कुछ पेज पर भी रैंकिंग प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो जाता है। अगर आप अपनी पोस्ट को टॉप रैंकिंग दिलाना चाहते हैं तो आपको यह जानना बेहद आवश्यक है कि On Page SEO Kya Hai और On Page SEO kaise kare. इस पोस्ट में आपको ऑन पेज एसईओ से जुडी सभी आवश्यक जानकारी दी गई है तो आराम से पूरा लेख पढ़े। अब आइये सबसे पहले हम जानते है कि जानते On Page SEO Kya Hota Hai.
ऑन पेज एसईओ क्या है (What is On Page SEO in hindi)
On Page SEO को On Site SEO भी कहा जाता है। एक वेबपेज में पाई जाने वाली गलतियों को सुधारकर उनकी रैंकिंग में सुधार किया जा सकता हैं। optimize करने का काम ही “On Page SEO” कहलाता है। यह वेबसाइट आपके webpage और content की quality को दर्शाता है। ऑन-पेज एसईओ इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करता है कि आपके द्वारा तैयार किये गए कंटेंट में heading, titles, metatags, keywords और अन्य सभी कारकों का उचित प्रयोग हुआ है अथवा नहीं। यह आपके user experience को बेहतर बनाता है। अब जब आप यह जान गए हैं कि ऑन-पेज एसईओ क्या है और यह कितना आवश्यक है तो आप यह चाहते होंगे कि यह किस तरह से किया जाता है। नीचे आपको on page के कुछ common factor बताए गए है, जिनका उपयोग करके आप किसी website, page या content का On Page SEO कर सकते है।
On Page SEO कैसे करें?
यहाँ आपको On Page SEO Techniques बताई गई है जिनका उपयोग करके आप अपनी साइट अथवा ब्लॉग का ऑन पेज एसईओ कर सकते हैं।
SEO Friendly URL
यूआरएल किसी वेबसाइट का एक लिंक होता है। इसमें सम्बंधित पृष्ठ के बारे में संक्षिप्त रूप में जानकारी शामिल होती है। On Page SEO करने के लिए आपको अपने वेबपेज के लिए एक ऐसा यूआरएल बनाना होता है जिसमें आपका कीवर्ड शामिल हो और जो आकार में छोटा हो। जो सरल हो और सर्च इंजन द्वारा आसानी से नेविगेट किया जा सके। क्योंकि अगर आपके आर्टिकल का URL ज्यादा लम्बा और उलझाने वाला हुआ तो सर्च इंजन्स द्वारा इसे Crawl करने में कठिनाई आती है। उदाहरण के लिए, यदि आपका कोई आर्टिकल एसईओ के बारे में है, तो उसके लिए http://flyhindi.in/?p=26 एक अच्छा यूआरएल होगा।
Title Tag
Title tag on page seo का एक महत्वपूर्ण भाग होता है। अगर आप अपनी वेबसाइट का ऑन-पेज एसईओ करना चाहते हैं तो यह बेहद आवश्यक है कि आप उसका एक बेहतर title tag बनाए जो कि उसके कीवर्ड को लक्षित करे। Title tag ऐसा होना चाहिए जिसे देखकर ही यूजर को यह समझ आ जाये कि सम्बंधित सामग्री किस बारे में है। जिसे सर्च इंजन के एल्गोरिथम द्वारा आसानी से Crawl किया जा सके और आप सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) पर अच्छी रैंक प्राप्त कर सके।
Meta Description
Meta Description में आपके पेज का सारांश होता है। इससे उपयोगकर्ता को कम शब्दों में आपके कंटेंट के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सहायता मिलती है। मेटा विवरण की सहायता से आप अपनी वेबसाइट का ऑन पेज एसईओ कर सकते हैं। SEO करने के लिए मेटा विवरण में अपने मुख्य और संबंधित कीवर्ड को शामिल करें। मेटा विवरण लगभग 160 वर्णों तक का होने पर आपको सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
Heading Tags
शीर्षक टैग सामग्री को H1s, H2s, H3s और H4s के साथ विभाजित किया जाता है। अपने पूरे कंटेंट को इन heading tags में का उपयोग करके आप इसे विभाजित कर सकते हैं। हेडिंग टैग H1s में आपको मुख्य कीवर्ड का उपयोग करना होता है। जबकि H2s, H3s और H4s में सम्बंधित कीवर्ड्स का उपयोग किया जाता है।
Images Optimization
सर्च इंजन कंटेंट में उपलब्ध मल्टीमीडिया को समझ नहीं पाता है कि वह जानकारी किस बारे में है, Images Optimization एक ऐसा तरीका है जिसका उपयोग सर्च इंजन्स को यही बताने के लिए किया जाता है कि सबंधित सामग्री किस बारे में है। ताकि वह आपके द्वारा अपलोड की गई मल्टीमीडिया फाइल को Crawl कर सके और जब कोई यूजर उस कीवर्ड या relevant keyword सर्च करे तो सर्च इंजन पर आपकी पोस्ट दिखाई दे। इसलिए अगर आप अपनी पोस्ट में किसी इमेज का उपयोग करते है तो उसका image optimization करना बेहद आवश्यक है। Image optimization तीन प्रकार से किया जाता है, जो कि निम्नलिखित है।
- Image Name – किसी कंटेंट में use की गई सभी images को सर्च इंजन उनके image name के द्वारा पहचाना जाता है। इसमें आप अपनी image का नाम लिख सकते हैं।
- Alt Text – किसी भी कंटेंट में use की जाने वाली images और videos के लिए ऑल्ट टैग का उपयोग किया जाता है। Alt text में आप उस image से सम्बंधित कीवर्ड्स का उपयोग कर सकते हैं।
- Title Text – Title text का उपयोग alt text की तरह किया जाता है। आपके द्वारा कंटेंट में add की गई इमेज को भी टैग देना होता है। ताकि सर्च इंजन उसे आसानी से crawl कर सके।
आप चाहें तो तीनों में एक ही कीवर्ड का उपयोग कर सकते हैं और चाहे तो तीनों में अलग-अलग keywords का भी use कर सकते हैं। इस तरह आप किसी भी मल्टीमीडिया का on page एसईओ कर सकते हैं।
Original और Quality Content
किसी नए आर्टिकल को अपने ब्लॉग करने पोस्ट करने से पहले उसकी शुद्धता की जाँच जरूर कर लें। इंटरनेट पर इसके लिए फ्री टूल्स उपलब्ध है, जिनका use करके आप यह पता कर सकते हैं कि आपका आर्टिकल organic है या नहीं। क्योंकि सर्च इंजन्स organic articles को ज्यादा को मान्यता देता है। जरूरी नही कि आपका आर्टिकल 100% organic हो अगर यह 80% या 90% भी origina और अच्छी quality का हुआ तो भी आपके सर्च इंजन पर रैंक होने की संभावना रहती है। लेकिन अगर आपका आर्टिकल 100% organic हो तो यह ओर भी अच्छी बात होती है, इससे आपके रैंक होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
External Link
External Link को Outbound Links के नाम से भी जाना जाता है। आप अपने वेबपेज पर कोई external link देकर भी ऑन पेज एसईओ कर सकते है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जिस वेबसाइट या पोस्ट का link आप अपनी पोस्ट पर दे रहे हैं वह आपकी पोस्ट के टॉपिक से रिलेटेड हो। External Link देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जो कि कुछ इस प्रकार है।
- Trusted link होना चाहिए।
- किसी Broken link नहीं लगाए।
- Redirected Link नहीं होना चाहिए।
- किसी गलत website का लिंक न लगाए।
Internal Linking
अपने ही ब्लॉग या वेबसाइट के किसी पोस्ट का लिंक किसी अन्य पोस्ट में देकर उन्हें एक दूसरे से लिंक करना “Internal Linking” कहलाता है। Internal Links के द्वारा आप हाई रैंकिंग वाली पोस्ट के साथ कम रैंकिंग वाली पोस्ट को लिंक करके उसकी ranking improve कर सकते हैं। जो पोस्ट एक दूसरे से सम्बंधित हो उन पोस्टों को आपस में लिंक करना अधिक फायदेमंद साबित होता है।
Keyword Density
किसी भी पोस्ट को रैंक कराने के लिए keywords एक महत्वपूर्ण रोल निभाते है। इसलिए आपको वह keywords use करने होंगे जो यूजर्स द्वारा सबसे ज्यादा सर्च किये जाते हो और आपके कंटेंट से रिलेटेड हो। इनमें से आपको एक main keyword बनाना होता है। जिसे आपको आर्टिकल में कम से कम 3-4 तो repeat करना ही होगा और अगर आप इससे ज्यादा बार इसका उपयोग कर सकते हैं तो यह ओर भी अच्छा होगा। इनके अलावा आपको कुछ LSI Keywords का भी use करना होता है जो कि आपके focus keyword के similar हो।
Social Sharing Buttons
sharing एक बेहद अच्छा तरीका है जिसका उपयोग करके साइट पर organic traffic को बढ़ा सकते है। इसलिए जहाँ तक संभव हो सके आपको अपने वेबपेज पर social sharing button जरूर लगाना चाहिए ताकि अगर कोई यूजर आपकी पोस्ट पर विजिट करता है और उसे आपकी पोस्ट पसंद आती है तो वह उस बटन के द्वारा अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते है। ऐसी बहुत सारी websites है जिनकी सहायता से आप free मे अपने साइट पर social sharing button integrate कर सकते है।
Updated Content
सर्च इंजन उसी सामग्री को टॉप में रखता है जिसे यूजर पढ़ना पंसद करते है। यूजर्स को ताजा जानकारी अधिक पसंद आती है जो कि समय के अनुसार अपडेट रहे। इसलिए आवश्यकतानुसार समय-समय पर अपने पुराने कंटेंट्स को update करते रहे।
Keyword Stuffing
On Page SEO करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि keyword stuffing न हो क्योकि ऐसा करने पर सर्च इंजन्स आपकी रैंकिंग को गिरा सकता है। इसलिए कीवर्ड्स का उपयोग करते समय लगातार और बार-बार किसी कीवर्ड का उपयोग ना करे। जहाँ कीवर्ड्स की आवश्यकता हो और जहाँ इन्हें पढ़ने में सहुलियत हो वहीँ इनका उपयोग करें।
Remove Broken Links
किसी साइट में पाए जाने वाले broken links उसकी रैंकिंग पर बहुत बुरा प्रभाव डालते है। इससे सर्च इंजन द्वारा उस साइट को क्रॉल करने में कठिनाई होती है, साथ ही यूजर पर भी बुरा प्रभाव छोड़ती है। इसलिए ऑन पेज एसईओ करते समय broken links पर भी खास ध्यान दिया जाता है। अगर आप अपनी रैंकिंग में गिरावट नहीं चाहते, तो साइट पर उपलब्ध सभी broken links का पता करके उन्हें ठीक करें। इसके लिए आप Broken Link Checker “plugin” का उपयोग कर सकते हैं।
Use Nofollow Tag
Affiliate Links और Untrusted Links के लिए rel = “nofollow” tag का use करें। यदि आप ऐसा नहीं करते है तो इससे आपकी वेबसाइट पर bounce rate बढ़ सकती है।
Edit Permalink
जब आप किसी नई पोस्ट को अपलोड करते हैं तो आपके द्वारा use किये गए title के अनुसार automatic एक permalink बन जाता है। लेकिन आपको उस permalink को edit करना होगा जो कि on page seo का ही एक पार्ट है। जहाँ तक संभव हो एक छोटा permalink बनाये। इसमें आप main keyword का भी use कर सकते हैं।
Use Modifiers Words
Title में Modifiers Words का use करके आप टाइटल को आकर्षित बनाकर विजिटर्स का ध्यान अपनी और खींच सकते हैं। उदाहरण के लिए best, checklist, review, 2022 आदि वर्ड्स का उपयोग कर सकते हैं।
Clean और Simple
अपनी साइट और कंटेंट को साफ और सिंपल रखें, जो यूजर्स को आसानी से समझ आ जाए और उस पर अच्छा प्रभाव पड़े।
यदि आप इस प्रकार की On Page SEO strategy का उपयोग करके और सभी बातों को ध्यान में रखकर एसईओ करते है तो आपके अच्छी रैंकिंग पाने के chance कई गुना बढ़ जाते है। अपने यह तो जान लिया कि on page seo kese karte hai अब आइये जानते है कि जिस प्रकार ऑन पेज एसईओ कर रहे है और हम जिन माध्यमों का उपयोग करके हम एसईओ कर रहे है क्या वह सही है अथवा नहीं। इसका मूल्यांकन कैसे करें?
ऑन-पेज एसईओ का मूल्यांकन कैसे करें (How to Evaluate On Page Optimization)
जब आप अपने वेबसाइट का ऑन-पेज एसईओ करते है तो आप अपनी साइट का मूल्यांकन कर सकते है कि आपके साइट के प्रदर्शन कैसा है? इसके लिए किसी टूल का उपयोग कर सकते हैं। इसका मूल्यांकन करते समय आपको कुछ प्रश्नों का उत्तर पता करने होंगे। उदाहरण के लिए कुछ प्रश्न निम्नलिखित है।
- क्या आपके द्वारा चुने गए कीवर्ड विजिटर्स द्वारा सर्च किये जा रहे हैं? यदि नहीं, तो आप उन कीवर्ड्स का उपयोग क्यों कर रहे हैं?
- क्या आपके content की भाषा सरल है जो कि यूजर को आसानी से समझ आ सके?
- क्या आप internal linking करके अपनी साइट के पृष्ठों को एक दूसरे से जोड़ रहे हैं?
यदि आप इस प्रकार के प्रश्नों के संतुष्टि भरे जवाब प्राप्त करते हैं तो इसका मतलब होगा कि अपने अपनी वेबसाइट का सही तरीके से on page seo किया है।
किसी प्रतियोगी का ऑन पेज एसईओ कैसे चेक करें (How to Check a Competitor’s On Page SEO)
किसी भी व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उस व्यवसाय में अपने प्रतिस्पर्धियों के बारे में जान लेना बेहद आवश्यक होता है। अपने मजबूत प्रतिस्पर्धियों के blogs और website को देखे और उनकी जाँच करें। उन्होंने अपनी पोस्ट में किस तरह का कंटेंट तैयार किया है, उसमें किस प्रकार के कीवर्ड्स यूज किये गए है आदि। इससे आपको अपनी कमियों के बारे में पता लगेगा और फिर आप इससे अधिक बेहतर तरीके से ऑन पेज एसईओ कर सकेंगे।
ऑन पेज एसईओ और ऑफ पेज एसईओ में क्या अंतर है (Difference Between On Page SEO and Off Page SEO in Hindi)
ऑन पेज एसईओ और ऑफ-पेज एसईओ दोनों ही वेबसाइट की रैंकिंग को बढ़ाने का काम करते है। लेकिन फिर भी इनमें कई असमानताएं पाई जाती है। इनके करने का तरीका भी अलग-अलग होता है। ऑन पेज एसईओ में आपके द्वारा वेबसाइट पर की गई कार्रवाइयों को सम्मिलित किया जाता है, जबकि ऑफ-पेज एसईओ में आपकी वेबसाइट से हटकर की गई प्रक्रिया है। जैसे आपकी खोज रैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए अन्य प्रतिष्ठित साइटों से बैकलिंक्स अर्जित करना। एक सफल एसईओ योजना के लिए on page seo और off page seo दोनों प्रकार की टेक्निक्स का उपयोग किया जाता है।
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कुछ ब्लॉगर्स के पास इतना समय नहीं होता की वह खुद अपने ब्लॉग या वेबसाइट का on page SEO स्वयं कर सके। FlyHindi एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो आपके ब्लॉग का ऑन-पेज एसईओ करने में सहायता प्रदान करता है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आपकी ब्लॉग या वेबसाइट सर्च इंजन्स में अच्छी रैंकिंग के साथ पहले पेज पर दिखाई दे। इसके लिए best strategies का उपयोग किया जाता है। हमारी on page SEO services के बारे में अधिक जानने के लिए आज ही हमसे संपर्क करें।
On Page SEO के बारे में अन्तिम राय
तो दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़कर आपको समझ आ ही गया होगा कि ऑन पेज एसईओ क्या होता है और on page seo kese karte hai. यदि आप अपनी वेबसाइट को अच्छी रैंक पर देखना चाहते हैं तो यह on page seo के बिना संभव नहीं है। यदि आप इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यान में रखते हुए अपनी साइट का On Page SEO करते हैं तो आपके पोस्ट ranking improve होगी। लेकिन इसके लिए आपको थोड़ा धैर्य रखना होता है क्योंकि इसका परिणाम कुछ समय बाद देखने को मिलता है। आपको हमारा यह आर्टिकल On Page SEO Kya Hai (What is On Page SEO in hindi) कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताए और अगर इससे आपको कोई अच्छी जानकारी प्राप्त हुई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
FAQ: On Page SEO से जुड़े सवाल-जवाब
On Page SEO का दूसरा नाम क्या है?
On Page SEO को On Site SEO भी कहते है।
On Page SEO की टेक्निकस क्या है?
SEO Friendly URL, Images Optimization, External Linking, Internal Linking आदि सभी On Page SEO की टेक्निकस है।