क्या आप भी जानना चाहते हैं कि SEO Kya Hai अगर हाँ, तो आप बिल्कुल सही जगह है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको seo से सम्बंधित जानकारी कि seo क्या होता है, seo full form और अन्य सभी जानकारी देंगे। अगर आप एसईओ करना सीखना चाहते हैं तो यह सभी जानकारी आपके लिये जानना महत्वपूर्ण है।
अपने देखा होगा कि जब भी आप किसी सर्च इंजन पर कुछ कीवर्ड सर्च करते हैं तो आपके सामने कई सारे रिजल्ट आते है। इन रिजल्ट्स में कई बार सबसे ऊपर एड्स देखने को मिलते है तो कभी ऑर्गेनिक रिजल्ट्स। हजारों-लाखों कंटेन्ट्स में होने पर किसी content को किसी सर्च इंजन पर फर्स्ट पेज पर अच्छी रैंक कराना आसान काम नहीं होता। इसके लिए जरूरत होती है एक बेहतर seo की। यदि अपने अपनी वेबसाइट का सही तरीके से एसईओ किया है तो ही आप किसी सर्च इंजन पर अच्छी रैंकिंग प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप अपनी कोई भी वेबसाइट अथवा ब्लॉग पर आर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाना चाहते हैं तो seo की सहायता से बढ़ा सकते हैं।
बड़ी-बड़ी कंपनियां जो अपने Proudct और servies online बेचती है, वह अपनी website के लिए अलग से seo expert रखती है जो उनकी website का seo करके उसे search engine पर रैंक कराने का काम करता है। इस तरह की कंपनियां लाखों रुपये सिर्फ अपनी website के seo पर खर्च कर देती है। तो अब आपको आईडिया हो ही गया होगा कि seo किसी भी साइट की रैंकिंग के लिए कितना जरूरी होता है। अब आपके मन में इससे जुड़े कई सवाल होंगे, जैसे कि seo full form क्या है, seo kya hai, seo कैसे करते है आदि। तो चिंता ना करें आपके इस सभी सवालों का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेगा। बस आप इसे ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ें।
आइये अब जानते हैं कि आखिर seo क्या होता है (What is SEO in Hindi), लेकिन seo के बारे में जानने से पहले आपको पता होना चाहिये कि seo की full form क्या होती है? तो आइये जानते है, Full Form of SEO in Hindi
SEO Full Form in Hindi
SEO की Full Form “Search Engine Optimization” होती है। SEO को हिंदी में “इंजिन अनुकूलन” कहा जाता है।
SEO क्या होता है (What is SEO in hindi)
SEO Digital marketing का एक बहुत ही महत्वपूर्ण भाग है। SEO organic traffic लाने का एक तरीका है, इसी कारण इसे “Organic Listing” भी कहा जाता है। Search Engine Optimization एक ऐसी तकनीक है, जिससे हम अपने पोस्ट या पेज को किसी विशेष keyword के लिए किसी भी सर्च इंजन पर टॉप पर रैंक करा सकते हैं। यह एक प्रक्रिया है, जिससे website की गुणवत्ता में सुधार कर उस पर आने वाले visitors के traffic की मात्रा बढ़ा सकते हैं और फिर यहाँ से इन visitors को संभावित रूप से ग्राहकों में परिवर्तित किया जा सकता है।
साधारण शब्दों में कहा जाये तो seo एक natural way है जिसका उपयोग कर आप ज्यादा से ज्यादा लोगो को अपनी साइड पर ला सकते है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके proudcts और servies के बारे में जान सकें। SEO का संबंध search engine से होता है। अगर आप सर्च इंजन के rules को follow करते हुए अच्छी तरह से अपनी website का एसईओ करते है तो आपकी वेबसाइट के search engine में first Page पर रैंक होने की संभावना अधिक रहती है।
अब जब आप यह जान गए हैं कि seo kya hota hai तो आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि यह जरूरी क्यों है? तो आइये जानते है कि आखिर एसईओ करना किसी भी वेबसाइट के लिए इतना जरूरी क्यों होता है।
SEO क्यों जरूरी है (Why SEO is Important)
अगर आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर ट्रैफिक लाना चाहते हैं आप चाहते है कि ज्यादा से ज्यादा लोग आपकी वस्तु सेवाओं बारें में जाने तो इसके लिए यह बेहद आवश्यक है कि आपकी website या blog किसी भी सर्च इंजन पर खासकर गूगल पर फर्स्ट पेज पर रैंक करे। इंटरनेट पर हर दिन एक कीवर्ड पर हजारों लाखों की सख्यां में पोस्ट publish की जाती है लेकिन उनमें से कुछ पोस्ट ही search engines के पहले पेज पर रैंक हो पाती है और जो search engine algorithm के हिसाब से रिलेटेड कीवर्ड पर जो पोस्ट सबसे बेस्ट होती है वह सबसे top position पर रैंक करती है। सर्च इंजन की हमेशा quality content को ही top position पर रखता है।
आपकी website या blog पर जो भी पोस्ट अपलोड की जाती है, उन पर कई sources से views आते है। इनमें से कई लोग सर्च इंजन पर keyword search करके, तो कई share किये गए links के द्वारा website पर पहुंचते हैं। लेकिन अधिकतर लोग सर्च इंजन के जरिये ही किसी post पर पहुंचते है। एक रिसर्च के अनुसार यह बात सामने आई है कि कुल जितने लोग search engines जैसे Google, Yahoo, Bing आदि का use करते है, उनमे से लगभग 74% लोग कुछ भी सर्च करने के लिए google का ही उपयोग करते है और इनमें से लगभग 94% clicks google के first page पर ही आते हैं। इसलिए यह बेहद आवश्यक है कि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग google पर अच्छी रैंक हो।
इस तरह Search Engine Optimization वेबसाइट पर organic traffic बढाने की एक महत्वपुर्ण प्रक्रिया है। अगर आप सर्च इंजन में वेबसाइट अथवा ब्लॉग को high rank पर दिखाना चाहते है तो आपको उसका सही तरीके से seo करना होगा। SEO करने के कुछ तरीके है, जिनका उपयोग करके आप एसईओ कर सकते है। आइये जानते है, एसईओ करने के इन तरीकों के बारे में।
SEO के प्रकार (Type of Seo in Hindi)
कुछ लोगों के अनुसार एसईओ के मुख्य रूप से seo के दो प्रकार ही होते है On page Seo और Off page Seo लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। SEO करने के मुख्यतः तीन तरीके होते है। Technical SEO भी seo का एक महत्वपूर्ण भाग है। अगर आप अपनी वेबसाइट का seo करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको इन तीनों तरीकों के बारे में जानकारी होनी अतिआवश्यक है। एसईओ करने के तीनों तरीके निम्नलिखित है।
On Page SEO
On Page SEO आपकी रैंकिंग में सुधार करने की एक प्रक्रिया है। यह सुनिश्चित करता है कि आपके pages और content की quality कैसी है? इसके अलावा इनमे titles, metatags, keywords और अन्य सभी कारकों का सही-सही प्रयोग हुआ है या नहीं। On page SEO में बहुत सारे क्षेत्रों और कारकों पर काम किया जाता है जिनकी help से आप अपनी website की post, blog अथवा article को on page ही optimize कर सकते है। ऑन पेज एसईओ पर काम करने के लिए URL Structure, Internal Links, Google Sitemap, Post Length, Keyword Density आदि चीजों पर काम किया जाता है।
क्या आप जानते हैं, On Page SEO क्या है और इसे कैसे करते है : On Page SEO क्या है और कैसे करे
OFF Page SEO
जब आप website और blog के बाहर अन्य कोई ऐसी प्रक्रिया करते है जिससे आपकी website अथवा blog पर ज्यादा traffic आए और सर्च इंजन पर आपकी Rank पर अच्छा effect पड़े, ऐसी प्रक्रिया “Off Page SEO” कहलाती है। Backlinks बनाना और अपनी website या blog को promote करना आदि सभी चीजें Off Page Seo का ही एक पार्ट है। यह एक लम्बी प्रक्रिया है जिसमें समय और मेहनत तो लगती है लेकिन एक सफल में यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे website की ranking और domain authority दोनों को बढ़ाता है। Guest Posting, Blog Commenting, Forum Posting, Search Engine Submission आदि सभी ऑफ पेज एसईओ के अन्य उदाहरण है।
क्या आप जानते हैं, OFF Page SEO क्या है और इसे कैसे करते है : OFF Page SEO क्या है और कैसे करे
Technical SEO
SEO के इस भाग में technical सम्बन्धी समस्याओं पर काम किया जाता है ताकि यूजर आसानी से इसका उपयोग कर सके। Technical seo एक ऐसी strategy है, जिसका उपयोग करके आप अपनी website structure और website की readability को improve करके एक हाई क्वालिटी साइट बनाने में सहायता करता है। टेक्निकल एसईओ में Website design, Page Load Time, Conversion Completion Duration आदि चीजों पर कार्य किया जाता है और वेबसाइट को mobile friendly बनाया जाता है।
किसी भी वेबसाइट का seo करने के लिए यह तीनों ही तरीके उपयोग में लिए जाते है। यदि आप इन तीनों तकनीकों को मिलाजुला कर एसईओ करेंगे तभी आप इसमें सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसे करने के लिए आपको SEO Techniques बारे में पता होना जरूरी है तो आइये जानते हैं SEO Techniques के बारे में।
SEO Techniques कौनसी है ?
SEO करने के लिए तीन प्रकार की techniques का उपयोग किया जाता है। आप इन तरीकों में से जिस तरह से चाहें उस तरीके का उपयोग करके अपनी वेबसाइट का seo कर सकते हैं। SEO Techniques निम्नलिखित है।
White Hat SEO
वह seo techniques जो seo की guidelines को follow करते हुए सर्च इंजन में वेबसाइट अथवा ब्लॉग को अच्छी रैंक पर index करांना “White Hat SEO” कहलाता है। White Hat Seo में सर्च इंजन पर फोकस न करके users पर फोकस किया जाता है और उन्हें बेहतर content provide कराया जाता है। अगर आप अपनी वेबसाइट को एक long term assets के रूप देखते है तो आपको अपनी वेबसाइट को रैंक कराने के लिए white hat seo का ही चुनाव करना चाहिए। HTML, Relevant Content, Well-Labeled Images, Relevant Links and Reference, Standards-Comliant, Unique and Relevant Page Titles, Cross Linking और Link Building आदि सभी white hat seo के उदाहरण हैं।
जानिए White Hat SEO क्या है और इसे कैसे करते है : White Hat SEO क्या है कैसे करें – पूरी जानकारी
Gray Hat SEO
Gray hat seo व्हाइट हैट एसईओ और ब्लैक हैट एसईओ टेक्निक का एक मिश्रण है। यह नकारात्मक चीजों दूर रखते हुए साइट की रैंकिंग में सुधार करता है। ग्रे हैट एसईओ white hat seo की तुलना में तो थोड़ा जोखिम भरा होता है लेकिन black hat seo की तुलना में कम। Domain Grabbing, Usage Of PBN, Careful Keyword Stuffing, Social Bookmarking Sites, Link Exchange, Web Directories, Build Microsites आदि सभी Gray hat seo के कुछ उदाहरण है।
क्या आप जानते हैं, Grey Hat SEO क्या है और इसे कैसे करते है : Grey Hat SEO क्या है, Top 10 Gray Hat Seo Techniques in Hindi
Black Hat SEO
Black Hat Seo एक ऐसी रणनीति है, जिसका उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में कम समय में ही फर्स्ट पेज पर अच्छी रैंक करा सकते है। ब्लैक हैट एसईओ के जरिये आप कम समय में भी अपनी वेबसाइट पर काफी अच्छा ट्रैफिक ला सकते है। लेकिन यदि आप अपनी वेबसाइट का seo करने के लिए black hat seo टेक्निक का उपयोग करते है तो हो सकता है कि कुछ समय बाद सर्च इंजन द्वारा आपको ब्लैकलिस्ट भी किया जा सकता है। फिर आपका सर्च इंजन रैंक होना बेहद मुश्किल हो जाता है। Keyword Stuffing, Link Scraping, Duplicate Content, Invisible Text, Cloaking आदि सभी ब्लैक हैट एसईओ के ही उदाहरण हैं।
जानिए Black Hat SEO क्या है और इसे कैसे करते है : Black Hat SEO क्या है कैसे करें – पूरी जानकारी
मेरी सलाह में अगर आप अपनी वेबसाइट का seo करना चाहते है तो इसके लिये सबसे अच्छी रणनीति white hate seo होगी। इसमें अन्य दोनों टेकनिक्स के मुकाबले अधिक समय तो लगता है लेकिन इससे जोखिम की स्थिति उत्पन्न नहीं होती है और आप लम्बे समय तक अपनी वेबसाइट को शीर्ष स्थान पर बनाये रख सकते हैं। आइये अब हम जानेंगे कि SEO Kaise Kare?
SEO कैसे किया जाता है?
SEO करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है क्योकि एक लम्बी प्रक्रिया है, जो दीर्घकालिक समय तक चलती है। कई बार एसईओ करने के बाद इसका परिणाम इसके देखने के लिए आपको भविष्य में थोड़ा समय भी लग सकता है। यहाँ आपको कुछ SEO Basic Strategies बताई गई है, जिनकी सहायता से आप किसी भी वेबसाइट का बेसिक एसईओ बड़ी आसानी से कर सकते हैं।
Content
अगर आप किसी वेबसाइट का seo करना चाहते है तो उसके लिये आपको एक बेहतर कन्टेंट तैयार करना होगा और वही जानकारी देनी होगी जो आपके यूजर को चाहिए। यदि आप एक बेहतर कन्टेंट पोस्ट करते है तो सर्च इंजन के Algorithm आपको crawl कर पाते है और आप आसानी से सर्च इंजन पर अच्छी रैंक में index हो पाते हैं। लेकिन अगर आप एक बेहतरीन कन्टेंट provide नहीं करा पाते है तो आप अपनी रैंकिंग को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Keyword Research and Selection
SEO में Keywords एक महत्वपूर्ण आधार होता है। आप जिस भी टॉपिक पर कंटेंट बनाना चाहते हैं, पहले उस टॉपिक पर रिसर्च कर ले और उसके लिए 3-4 कीवर्ड जरूर ढूंढ लें। यदि आप इस तरह से कीवर्ड का use करते है तो आप सही तरीके seo कर पाएंगे।
HTML
HTML भी seo का ही एक मुख्य भाग है। शीर्षक टैग, मेटा विवरण, ऑल्ट टेक्स्ट और हेडर एचटीएमएल प्रक्रिया का ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आप इनका उपयोग सही तरीके से करते है तो आप किसी भी सर्च इंजन पर आसानी से अच्छी रैंक प्राप्त कर सकते है।
Site Architecture
SEO प्रक्रिया में एक site architecture भी मुख्य भाग होता है। आपकी वेबसाइट का उपयोग करने में यूजर्स को जितनी सरलता होगी, वह उतनी ही ज्यादा बार और ज्यादा देर तक आपकी साइट पर रुका रहेगा। आपकी वेबसाइट का structure जितना सरल व सुलभ होगा सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट क्रॉल करने में उतनी ही आसानी होगी और आपको सर्च इंजन पर अच्छी रैंक पाने में उतनी ही आसानी होगी। Site architecture में आपको Page Speed, Page Speed, Mobile-Friendliness, Easy to Crawl, Duplicate Content आदि सभी चीजों पर ध्यान देना होता है।
Link Building
लिंक बनाना seo की मुख्य क्रियाओं में से एक है। Link buildup करके भी आप अपनी वेबसाइट का एसईओ कर सकते हैं। Link Building में आप लिंक के जरिये अपनी वेबसाइट के एक पेज को दूसरे पेज से जोड़ सकते है।
Backlinking
Backlinking में आप backlink बनाकर अपनी वेबसाइट पर ट्रेफिक बढ़ा सकते है। यह seo करने का एक बहुत तरीका है।
यह कुछ बेसिक टेक्निकस थी जो seo करने में काम ली जाती है। इनका उपयोग करके आप किसी भी वेबसाइट अथवा ब्लॉग का basics seo कर सकते है।
SEO और SEM में क्या अंतर है (Difference Between SEO & SEM in Hindi)
दोस्तों कई बार लोग SEO और SEM में अंतर नहीं समझ पाते है और दोनों को एक ही समझते हैं। लेकिन यह दोनों बिल्कुल अलग-अलग चीज है। अगर आप एसईओ के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको SEO और SEM के बीच अंतर पता होना चाहिए। SEO और SEM में पाई जाने वाली असमानताएं निम्नलिखित है।
- SEO की full form Search Engine Optimization होती है जबकि SEM की फुल फॉर्म Search Engine Marketing होती है।
- SEO प्रक्रिया का उपयोग Organic तरीके से सर्च इंजन पर अच्छी रैंक पाने व वेबसाइट पर Organic Traffic बढ़ाने के लिये किया जाता है, जबकि SEM किसी सर्च इंजन पर की जाने वाली एक मार्केटिंग प्रक्रिया है। SEM में ब्लॉग या वेबसाइट के Traffic को बढ़ाने के Paid Ads run किये जाते है।
- SEO एक लम्बे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें कई सारी चीजों पर ध्यान देना होता है और इसमें सफलता प्राप्त करने में एक लम्बी अवधि तक इंतजार करना पड़ सकता है। लेकिन SEM का उपयोग करके आप Inorganic तरीके से बड़ी आसानी से किसी सर्च इंजन पर शीर्ष स्थान पाकर आप अपनी वेबसाइट पर Paid Traffic ला सकते है।
एसईओ के बारे में इतना सब जानने के बाद आप जरूर इसे सीखना चाहते होंगे, तो आईये जानते हैं कि आप seo कैसे सिख सकते हैं?
SEO Course कैसे करें?
कई websites है, जिनकी सहायता से आप फीस देकर या फ्री में भी seo course कर सकते है। Simplilearn, Udemy, Semrush Academy, Yoast SEO Academy, Moz जैसी कई सारी websites है, जिनकी सहायता से आप online seo course कर seo सिख सकते हैं। यहाँ आपको paid और free दोनों तरह के course मिलते है। इनके अलावा आप चाहे तो गूगल, यूट्यूब आदि पर उपलब्ध जानकारी की सहायता से आप seo सीख सकते है या फिर किसी मान्यता प्राप्त संस्था से भी आप यह सिख सकते हैं।
SEO Expert कैसे बने?
एक seo expert बनने के लिए आपको इसकी seo की सभी techniques सीखनी होगी। SEO सीखने के बाद आपको इसकी प्रेक्टिस करनी होगी। अगर आपको कोडिंग का थोड़ा बहुत ज्ञान हो तो यह आपके लिए ओर भी अच्छा होगा। जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया seo का क्षेत्र बहुत बड़ा है, यह एक लम्बी प्रक्रिया है। इसलिए आप सिर्फ कुछ समय में इसे पूरा नहीं सिख सकते है। इसे पूरी तरह सिखने के लिए और एक seo expert बनने के लिए आपको इसमें अनुभव प्राप्त करना होगा और जब आपको अनुभव प्राप्त हो जायेगा तब आप इसमें expert बन जाएंगे।
SEO करने के फायदे क्या है ?
SEO करने के बहुत सारे फायदे है जो आपकी वेबसाइट अथवा ब्लॉग को प्राप्त होते हैं। एसईओ से होने वाले फायदे निम्न है।
Increase Traffic
SEO करने का सबसे बड़ा कारण किसी website, blog अथवा post पर आने वाले traffic को बढ़ाना होता है। जब आप किसी website, blog अथवा post का seo करते है तो उसके सर्च इंजन पर टॉप में रैंक होने के chance बढ़ जाते है और यदि सर्च इंजन पर आपकी रैंकिंग अच्छी है तो ज्यादा से ज्यादा लोग आपकी पोस्ट पर visit करेंगे।
No Ads No Investment
जब आप अपने website अथवा blog का seo करते है तो उस पर Organic Traffic आने लगता है। जो traffic आप Paid Ads का सहारा लेकर अपने website अथवा blog पर लाते है वह traffic आप seo के जरिये भी ला सकते है। बस इसके लिए आपको अपनी website अथवा blog का सही तरीके से seo करने की आवश्यकता होती है।
Trustability
सर्च इंजन पर दिखाए गए Paid Ads की तुलना में सर्च इंजन पर दिखाए गए top organic results पर ज्यादा views आते है, क्योंकि google अपने algorithm का यूज करके qualitiy content को टॉप में रैंक करता है। वह यूजर्स को वही results सबसे पहले दिखाता है जो related keyword में सबसे टॉप पर होते हैं। क्योंकि यूजर्स google algorithm पर विश्वास करते है और गूगल एल्गोरिथ्म आप पर तो इस तरह यूजर्स का भी झुकाव आपकी तरफ रहता है और आपके वेबसाइट और ब्लॉग पर ट्रैफिक बढ़ जाता है।
Competition
अगर आपका ब्लॉग किसी ऐसे टॉपिक पर है जिसमे आप कोई प्रोडक्ट Sell करते हैं तो उसमे कम्पटीशन भी अधिक रहता है लेकिन अगर आपने आपके ब्लॉग का SEO अच्छी तरह से किया है तो आपका ब्लॉग अन्य Competitors के ब्लॉग से ऊपर रैंक करेगा जिससे आप अन्य लोगों के मुकाबले Competition में आगे रहोगे।
Brand/Popularity
अगर आप अपने वेबसाइट अथवा ब्लॉग को पॉपुलर बनाना चाहते है और उसे एक ब्रांड के रूप में देखना चाहते है तो आपको ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच अपनी पहचान बनानी होगी। अगर सर्च इंजन पर आपकी रैंक अच्छी होगी तो आप ज्यादा से ज्यादा यूजर की नजरों में आयेंगे।
तो यह कुछ फायदे हैं जो आपको seo करने से मिलते है। यदि आप अपनी साइट का एसईओ करते हैं तो यह बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।
SEO से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण शब्द
यदि आप Search Engine Optimization के बारे में जानना चाहते हैं तो डिजिटल मार्केटिंग से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शब्द है जो इसमें बार-बार काम में आते है। यदि आप इनके बारे में जान लेते है तो यह आपके बेहद काम आते है और साथ ही इनसे आपको SEO सिखने में भी सहायता मिलती है। आइये जानते है SEO से जुड़े ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में।
Search Engine
वह प्रोग्राम्स जिनके द्वारा हम इंटरनेट से एक्सेस कर उन सूचनाओं को ढूंढ सकते है जो इंटरनेट पर उपलब्ध है। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जिसकी सहायता से वर्ड वाइड वेब पर उपलब्ध किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। Google, Bing, Yahoo आदि सभी इसके उदाहरण है।
Keyword or Relevant Keyword
सर्च इंजन पर सर्च करते समय जो वर्ड हम सर्च बॉक्स में टाइप करते है वही वर्ड किसी कंटेंट का “Keyword” कहलाता है। इसे हम एक उदाहरण के रूप में समझ सकते हैं जैसे कि हमें google के बारे में जानकारी चाहिए। तो हम किसी सर्च इंजन पर सर्च बॉक्स में टाइप करेंगे “Google Kya Hai” तो यहाँ Google Kya Hai एक कीवर्ड है और इस कीवर्ड से मिलते-जुलते अन्य वर्ड “Relevant Keyword” कहलायेंगे।
SERP
SERP की फुल फॉर्म “Search Engine Results Pages” होती है। जब हम किसी भी सर्च इंजन पर कोई कीवर्ड सर्च करते हैं तो हमारे सामने एक पेज ओपन होता है उस पेज पर हमारे द्वारा सर्च किए गए कीवर्ड से सम्बन्धित कई सारे रिजल्ट्स सामने आते है। यह पेज ही सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज (SERP) कहलाता है।
Organic Results
SERP पर जो रिजल्ट्स seo करके अच्छी रैंक पर index कराए जाते हैं वह रिजल्ट्स “Organic Results” कहलाते है। इसे “Organic Listing” के नाम से भी जाना जाता है।
InOrganic/Paid Results
SERP पर जो advertisement के रूप में दिखाए जाने वाले रिजल्ट्स InOrganic या Paid Results कहलाते है। इसके लिए सर्च इंजन पर कुछ amount pay करके advertisement campaign run करना होता है और आपकी वेबसाइट का ad पहले पेज में शीर्ष स्थान पर दिखा दिया जाता है।
EAT
EAT का मतलब है Expertise, Authority, Trustworthiness. यदि किसी वेबसाइट अथवा ब्लॉग में विशेषज्ञता, प्राधिकरण, भरोसेमंदता यह तीनों चीजें पाई जाती है तो उस वेबसाइट अथवा ब्लॉग के सर्च इंजन पर अच्छी रैंक पर इंडेक्स होने की संभावना भी अधिक रहती है।
Link Building
एक पेज के लिंक को दूसरे पेज के लिंक से जोड़ने का काम “Link Building” कहलाता है। यह Internal या फिर External दोनों तरह से किया जा सकता है। Link Building करना भी SEO प्रक्रिया का ही एक हिस्सा है।
Backlink
जब एक वेबसाइट को लिंक के जरिये दूसरी वेबसाइट से जोड़ा जाता है तो इस प्रक्रिया में उपयोग किया जाने वाला लिंक “Backlink” कहलाता है और यह प्रक्रिया “Backlinking” कहलाती है।
Heading
किसी कंटेंट में सबसे ऊपर जो एक शीर्षक देखने को मिलता है, वह “Heading” कहलाती है। Headings में हमेशा Targeted Keywords का उपयोग करना चाहिए।
Subheadings
Heading के बाद कंटेंट के जो Sub Parts होते है उनके लिए उपयोग किये जाने वाले शीर्षक “Subheadings” कहलाते है।
Meta Tags
Meta Tag सर्च इंजन को web page के metadata जैसे title, keyword और description के बारे में सुचना देता है कि web page किस बारे में है। इसी meta data के आधार पर सर्च इंजन web page की रैंकिंग decide करता है।
Title Tags
Title Tags के द्वारा यह पता लगाया जाता है कि कंटेंट किस Topic पर आधारित है। किसी कंटेंट का सबसे पहला भाग टाइटल टैग ही होता है।
Meta Description
Title Tag के बाद आपको कंटेंट का Meta Description लिखना होता है। Meta Description में कंटेंट का सारांश लिखा जाता है। यह मेटा टैग का ही पार्ट है।
Alt Text
यदि आप अपने कंटेंट में किसी image उपयोग करते हैं तो आपको उसके लिए Alt Text का उपयोग करना होता है। ताकि सर्च इंजन आपके द्वारा post की गई image को आसानी से crawl कर सके।
SEO के बारे में अन्तिम राय
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारे इस आर्टिकल “SEO Kya Hai” के द्वारा आपको समझ आ गया होगा कि SEO kya hota hai और यह कितना आवश्यक है। अगर आप अपनी सर्च इंजन पर शीर्ष पर बने रहना चाहते हैं तो आपको अपनी वेबसाइट का seo नियमित रूप से करना होगा। क्योंकि एसईओ एक बहुत लम्बी प्रक्रिया है इसे एक बार में पूरा बताना बेहद मुश्किल कार्य है। लेकिन इस आर्टिकल “एसईओ क्या है” के द्वारा SEO के बारे में ऐसी बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। जिनका उपयोग कर आप अपनी वेबसाइट का basic seo कर उसे अच्छी रैंक दिला सकते हैं।
SEO के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका कोई शॉर्टकट नहीं है अगर आप लम्बे समय तक शीर्ष पर बने रहना चाहते हैं तो आपको लम्बे समय तक और सही तरीके से काम करना होगा। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट करके जरूर बताएँ। साथ ही इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं। अगर आपका कोई सवाल हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं।
FQA: SEO से जुड़े सवाल-जवाब
Google पर वेबसाइट को कैसे रैंक किया जा सकता है?
यदि आप google या अन्य किसी भी सर्च इंजन पर अपनी वेबसाइट अथवा ब्लॉग को रैंक कराना चाहते हैं तो आपको इसके seo पर ध्यान देना होगा। आपको सर्च इंजन के सभी रूल्स फॉलो करते हुए नियमित रूप से अपनी वेबसाइट का seo करना होगा। इसके लिए आपको आर्टिकल में बताए गए तरीके फॉलो करने होंगे। यदि आप लगातार प्रयास करते रहेंगे तो आप आसानी से किसी भी सर्च इंजन पर अपनी वेबसाइट अथवा ब्लॉग को रैंक करा सकते हैं।
क्या बिना SEO करे किसी वेबसाइट को रैंक कराया जा सकता है?
बिना SEO करे किसी वेबसाइट को रैंक कराना बेहद मुश्किल कार्य है लेकिन यह नामुमकिन नहीं। यदि आप अपने users को कुछ ऐसा प्रदान कर रहे हैं जो बहुत ही काम लोगों द्वारा दिया जा रहा हो और आप उनकी तुलना में काफी अच्छा काम कर रहें है तो इसकी संभावना है। लेकिन अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जहां बहुत से लोग आपके प्रतिस्पर्धी है तो आपको अपनी वेबसाइट का seo करना ही होगा।
SEO को काम करने में कितना समय लगता है?
जैसा कि हमने आपको पहले बताया SEO एक लम्बे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है। अगर आप सही तरीके से सर्च इंजन के रूल्स फॉलो करते हुए SEO योजना बनाते है तो हो सकता है कि कई बार आपको सफलता प्राप्त करने के लिए एक लम्बी अवधि तक इंतजार करना पड़े। क्योंकि कई बार कुछ कीवर्ड रैंक होने में कुछ दिन अथवा कुछ सप्ताह लगते है लेकिन कई बार कुछ कीवर्ड पर रैंक होने में छह महीने से लेकर एक साल तक का समय भी लग सकता है।
किसी वेबसाइट का SEO कराने में कितनी लागत आती है?
SEO की लागत निर्भर करती है कि आप किस तरह का seo कराना चाहते है। अगर आप एक पेशेवर SEO Expert को काम पर रखते है तो आपको इसके लिये अधिक लागत चुकानी होगी। लेकिन अगर आप खुद कर सकते हैं तो आप इसे बिल्कुल मुफ्त में कर सकते हैं। कई बार कुछ लोग जो इस क्षेत्र में नए होते हैं वो सिखने के हिसाब से कम लागत में भी आपका काम कर सकते हैं।
क्या SEO में कोडिंग की आवश्यकता है?
नहीं, SEO करने के लिए यह जरूरी नहीं की आपको कोडिंग की जानकारी हो। आप बिना किसी कोडिंग लैंग्वेज के भी अच्छी तरह से SEO कर सकते हैं।