भारत में इनकम टैक्स रिटर्न भरना एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो हर साल के अंत में नागरिकों को करना होता है। यह एक विधि है जिसके माध्यम से व्यक्ति अपनी आय का आकलन करता है और सरकार को आयकर देता है। यह समाज के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे देश की विकास और सरकार के कई योजनाओं को लाभ पहुंचता है। इस आर्टिकल में हम आपको Income TAX Kaise Bhare और इस प्रक्रिया को step by step बताएँगे।
इनकम टैक्स रिटर्न भरने से व्यक्ति को अपनी आय का पूरा विवरण पता चलता है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने वित्तीय स्थिति को समझता है और अपने भविष्य के लिए योजना बनाता है। इससे व्यक्ति आर्थिक रूप से जागरूक होता है और अपने पैसे का उपयोग बेहतर निवेश के लिए कर सकता है।
इनकम टैक्स रिटर्न भरने से व्यक्ति समाज का भागीदार बनता है। यह सरकार को अपने देशवासियों की आय का आकलन करने में मदद करता है और विभिन्न योजनाओं को लागू करने में सहायक होता है। इससे राज्य के विकास में भी मदद मिलती है और समाज को सामाजिक सुरक्षा और विकास के लिए सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं।
इनकम टैक्स रिटर्न भरने का महत्व इसलिए है क्योंकि इससे देश की आर्थिक वृद्धि होती है। जब लोग अपनी आयकर देते हैं, तो सरकार को वित्तीय संसाधन मिलते हैं जिससे उसे विभिन्न विकास कार्यों को पूरा करने में सक्षमता मिलती है। इससे देश का विकास होता है और सभी नागरिकों को समृद्धि का लाभ मिलता है।
इनकम टैक्स रिटर्न भरने की प्रक्रिया
स्टेप 1: इनकम टैक्स विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाएं।
स्टेप 2: अगर अब नई यूजर है, तो रजिस्ट्रेशन करें।
स्टेप 3: लॉग-इन करें अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड से।
स्टेप 4: ‘e-file’ टैब के तहत ‘File Income Tax Return’ चुनें।
स्टेप 5: वर्ष चुनें और ‘Continue’ पर क्लिक करें।
स्टेप 6: ‘Online’ मोड का चयन करें।
स्टेप 7: ‘व्यक्ति’ को चुनें।
स्टेप 8: ‘ITR FORM’ चुनें और डाउनलोड करें।
स्टेप 9: रिटर्न फाइल करने का कारण दर्ज करें।
स्टेप 10: अपने बैंक अकाउंट की जानकारी भरें और प्री-वैलिडेट करें।
स्टेप 11: रिटर्न की समरी को कंफर्म करें और वैलिडेट करें।
स्टेप 12: आधार OTP या EVC के माध्यम से वेरिफाई करें।
स्टेप 13: ITR V का साइन किया हुआ प्रिंटआउट भेजें।
स्टेप 14: वेरिफिकेशन के बाद, विभाग आपकी रिटर्न की प्रक्रिया शुरू करेगा।
Income Tax कैसे भरे पर वीडियो गाइड
Video Credits: Labour Law Advisor
ITR किसे फाइल करना होता है?
जब भी आपकी कुल कमाई (2.5 लाख रुपये से अधिक) हो, आपको इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करनी होती है। आपकी उम्र और टैक्स रेजिम पर निर्भर करता है कि आपको कितना टैक्स भरना होगा। वर्ष 2020 के बजट में केन्द्रीय सरकार ने नई टैक्स रेजिम भी पेश की थी, जिसमें लागू टैक्स स्लेब रेट पहली टैक्स रेजिम से अलग है। आपको यह चुनने का विकल्प है कि आप पुरानी टैक्स रेजिम के अंतर्गत या नई के अंतर्गत टैक्स भरना चाहते हैं। जिस रेजिम को आप चुनेंगे, उसके अनुसार टैक्स दरें लागू होंगी।
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निष्कर्ष: इनकम टैक्स भरने पर अंतिम विचार
इनकम टैक्स रिटर्न भरने का महत्व हमारे व्यक्तिगत वित्तीय प्रबंधन के लिए भी है। इससे हम अपनी सभी आर्थिक गतिविधियों का पूरा विवरण रख सकते हैं और इससे हमें अपने खर्चों को कंट्रोल करने का मौका मिलता है। इससे हम अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है और हम अपनी आय का उचित इस्तेमाल कर सकते हैं।
अधिकांश लोग इनकम टैक्स रिटर्न को भरने की प्रक्रिया से डरते हैं, लेकिन यह एक सरल प्रक्रिया है जिसमें ध्यानपूर्वक और समय-समझकर आप आसानी से इसे पूरा कर सकते हैं। इससे हमारे देश का विकास होता है और हम सभी को समृद्धि और सम्पन्नता की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलता है।
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FAQ: Income Tax भरने से जुड़े सवाल – जवाब
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आईटीआर संख्या -1 कौन भर सकता है?
आईटीआर संख्या -1 वाले फॉर्म के जरिए आयकर रिटर्न भर सकते हैं वे इंजिविजुअल टैक्सपेयर्स जिनकी सालाना इनकम 50 लाख रुपये से कम है। इसमें सैलेरी, एक हाउस प्रॉपर्टी से आय, बैंक से मिलने वाले ब्याज, डिविडेंड और 5000 रुपये तक कृषि आय शामिल होती है। लेकिन, अनलिस्टेड स्टॉक्स में निवेश करने वाले और कंपनी के डायरेक्टर इस फॉर्म के जरिए आयकर रिटर्न नहीं भर सकते हैं।
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रिटर्न भरने के लिए क्या क्या चाहिए?
आयकर रिटर्न भरने के लिए निम्नलिखित चीजें चाहिए: पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण, फॉर्म 16/16A, Form 26AS, सैलरी स्लिप ,होम लोनऔर आधार कार्ड।