आज की डिजिटल युग में Privacy and security एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गए हैं। Tor Browser इंटरनेट पर व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करने के लिए एक ऐसा उपाय है जो Privacy and security को बनाए रखने में मदद करता है।
इस लेख में हम जानेंगे Tor Browser Kya Hai, यह काम कैसे करता है। इसके अलावा अपने कंप्यूटर या एंड्राइड डिवाइस में कैसे इंस्टॉल किया जाए, इसकी सुरक्षा, और इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देंगे।
टॉर (Tor) की फुल फॉर्म The Onion Router है। यह एक तकनीकी प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट गोपनीयता को सुरक्षित करने के लिए विकसित की गई है। टॉर ब्राउजर इस प्रोटोकॉल का उपयोग करता है और users को वास्तविक जगह से अलग करता है, जिससे उनकी ऑनलाइन गतिविधियों की पहचान छिपती है।
TOR Browser क्या है? (What is Tor Browser in Hindi)
टोर ब्राउजर एक विशेष प्रकार का वेब ब्राउजर है जो गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है और आपको Dark Web में प्रवेश करने में सहायता प्रदान करता है।
यह उपयोगकर्ताओं के IP Address और उपयोगकर्ताओं द्वारा इंटरनेट पर की जाने वाली गतिविधियों को छिपाकर उन्हें गुमनाम रहने की सुविधा प्रदान करता है।
Tor Browser एक retail organization द्वारा विकसित हुआ है। टोर के एक्सटेंशन में .in या .com नहीं, बल्कि .Onion का उपयोग किया जाता है। टोर का इस्तेमाल करना बिल्कुल फ्री है।
TOR की फुल फॉर्म क्या है? (TOR Full Form)
TOR ब्राउजर का पूरा नाम “The Onion Router” है।
TOR Browser की उत्पत्ति कैसे हुई?
टोर ब्राउजर की उत्पत्ति का शुरुआती रूप संबंधित अध्ययनों और परियोजनाओं से जुड़ी थी, जैसे “टोर प्रोजेक्ट”। इस परियोजना का उद्देश्य था एक ऐसा सिस्टम विकसित करना जो गोपनीयता और सुरक्षा को महत्व देता हो।
टोर प्रोजेक्ट को 2002 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित और गोपनीयता संरक्षित ब्राउज़िंग अनुभव प्रदान करना था। टोर ब्राउज़र इस परियोजना का एक हिस्सा है और इसकी विकास में कई योगदानकर्ताओं का योगदान रहा है।
TOR Browser कैसे काम करता है?
टोर ब्राउजर उपयोगकर्ता की गतिविधियों को हर थोड़ी देर में एक सर्वर से दूसरे सर्वर पर रूट करता है और इस तरह से यह विभिन्न प्रकार के सर्वर की लेयर बनाता है, जो कि किसी प्याज की परत की तरह होती है।
इस तरह जब कोई भी व्यक्ति उपयोगकर्ता के आईपी एड्रेस को पता करने की कोशिश करता है तो उसे हर बार अलग-अलग आईपी एड्रेस मिलता है और इस तरह उसे ट्रैक करना बेहद मुश्किल या यूँ कहें कि नामुमकिन सा हो जाता है।
ताकि किसी भी व्यक्ति को उपयोगकर्ता के स्थान का पता नहीं चल सके। इसका काम उपयोगकर्ता की पहुंच बाधित करके उसे गोपनीयता सुरक्षा प्रदान करना है।
TOR Browser कैसे डाउनलोड करें?
टोर ब्राउज़र डाउनलोड करना आसान है और यह सभी यूजर के उपयोग करने के लिए फ्री में उपलब्ध है। यह ब्राउजर विभिन्न डिवाइस एवं ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करता है।
आप विंडोज, लिनक्स, iOS, mac, एंड्राइड या अन्य किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम पर एक ब्राउजर का उपयोग कर सकते हैं। नीचे हमने विंडोज, मैक, एवं एंड्राइड डिवाइस के लिए टोर ब्राउज़र डाउनलोड करने के लिंक दिए हैं।
TOR Browser कंप्यूटर में कैसे इस्तेमाल करें?
टोर ब्राउजर का इंस्टॉल करने के लिए आपको टोर प्रोजेक्ट की वेबसाइट पर जाना होगा और उनके डाउनलोड सेक्शन से उचित संस्करण चुनना होगा। इंस्टॉलेशन प्रक्रिया आसान है और यह विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के लिए उपलब्ध है, जैसे Windows, Mac, और Linux. इंस्टॉलेशन के बाद, टोर ब्राउजर को खोलें और आप अब गोपनीयता सुरक्षित तरीके से इंटरनेट पर ब्राउज कर सकते हैं।
Mobile में TOR Browser कैसे इस्तेमाल करें?
अपने फ़ोन में TOR Browser यूज करने के लिए सबसे पहले प्लेस्टोर से TOR Browser Download करें।
एप्लीकेशन इंस्टाल होने के बाद इसे लॉन्च करें और अपने फ़ोन में TOR Browser का इस्तेमाल करना शुरु करें।
क्या टोर ब्राउजर का उपयोग करना सुरक्षित है?
टोर ब्राउजर गोपनीयता और सुरक्षा के मामले में एक मजबूत विकल्प है। यह उपयोगकर्ता की गतिविधियों को canonically रूप से छिपाता है, जिससे उपयोगकर्ता की पहुंच और इंटरनेट गतिविधियों का पता लगाना कठिन होता है।
इसके लिए, टोर ब्राउजर उपयोगकर्ता की गतिविधियों को कई सर्वरों के माध्यम से वितरित करता है, जिससे अनुभवित गतिविधियों को ट्रैक करना मुश्किल होता है।
हालांकि, यह याद दिलाना महत्वपूर्ण है कि कोई भी टेक्नोलॉजी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकती है, और निर्भर करता है कि उपयोगकर्ता भी उचित सुरक्षा उपायों का पालन करें।
आने वाला डिजिटल युग मेटावर्स का होगा, इसलिए इसके बारे में अभी जान लें: Metaverse क्या है ? कैसी होगी हकीकत से आगे की दुनिया, पूरी जानकारी
क्या भारत में TOR Browser लीगल है?
टोर ब्राउजर का उपयोग करना भारत में सामान्यतः कानूनी है, हालांकि उपयोगकर्ताओं को ध्यान देना चाहिए कि इसका उपयोग भ्रष्टाचार, अपराध, या अनैतिक कार्यों के लिए नहीं होना चाहिए।
किसी भी देश में, इंटरनेट गतिविधियों के संबंध में सावधानी बरतना और स्थानीय इंटरनेट प्राइवेसी कानूनों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
इस अद्वितीय और उच्च सुरक्षित वेब ब्राउजर के बारे में अधिक जानने से पहले, उपयोगकर्ताओं को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे उचित सावधानियाँ बरतते हैं और केवल विधि और नैतिकता के मानकों का पालन करते हुए इस्तेमाल करते हैं।
क्या आपको क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में जानकारी है? अगर नहीं तो यह पढ़ें: Cloud Computing क्या है और कैसे काम करती है?
निष्कर्ष: TOR Browser पर अंतिम विचार
टोर ब्राउजर इंटरनेट तो प्राइवेट एवं गोपनीय रूप से इस्तेमाल करने के लिए एक बेहतर माध्यम है।
यहाँ ध्यान देने की बात यह है की जब भी हम कुछ एडवांस टेक्नोलॉजी यूज करते हैं तो हमें सतर्क रहना चाहिए। इस तरह के एडवांस ब्राउजर के फायदे तो हैं पर कुछ खतरा भी हो सकता है, तो जब आप इसी इस्तेमाल करें तो अपनी सुरक्षा एवं गोपनीयता सुनिश्चित करें।
जब आप इस ब्राउजर को डाउनलोड करें तो जांच लें की आप इसे ऑफिशल वेबसाइट से ही डाउनलोड कर रहे हैं।
आपकी सहायता के लिए हमने ऊपर डाउनलोड वाले सेक्शन में ऑफिशल वेबसाइट से डाउनलोड करने का बटन भी दिया हुआ है।
अब TOR Browser क्या है और इससे जुड़े आपके कई सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे। अगर अभी भी टोर से संबंधित आपके कुछ सवाल हैं तो आप कमेंट करके हमसे साझा कर सकते हैं। टोर ब्राउजर से जुड़े कुछ और अतिरिक्त सवालों के जवाब आप नीचे पढ़ सकते हैं।
FAQ: टोर ब्राउज़र से जुड़े सवाल – जवाब
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TOR Browser एवं Dark Web में क्या अंतर है?
टोर ब्राउजर और डार्क वेब दो अलग-अलग चीजें हैं। जबकि टोर ब्राउज़र एक गोपनीयता और सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया वेब ब्राउजर है, डार्क वेब वह अंश है जो इंटरनेट का उस हिस्से को आवश्यकतानुसार चिपाता है जो सार्वजनिक खुले इंटरनेट से अलग होता है। डार्क वेब पर वेबसाइटें और संसाधन उपलब्ध होते हैं जो सामान्य वेब खोजकर्ताओं तक पहुंचने वाले सार्वजनिक सर्वरों पर नहीं होते हैं। यहां तक कि डार्क वेब पर गतिविधियों का ट्रैक करना या पहुंचना कठिन होता है।
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दुनिया का सबसे पहला ब्राउज़र कौन सा है?
दुनिया का पहला वेब ब्राउजर “WorldWideWeb” था, जिसे टिम बर्नर्स-ली ने 1990 में विकसित किया था। यह ब्राउज़र एक ग्राफिकल ब्राउज इंटरफेस के साथ आता था और वेब पेज्स को देखने और नेविगेट करने की सुविधा प्रदान करता था। इसके बाद, बहुत सारे ब्राउजरों का विकास हुआ है और आजकल के समय में विभिन्न विकसित ब्राउजर उपलब्ध हैं जैसे Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge, Safari, Opera, आदि।
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TOR Browser के जैसा एप्प कौनसा है?
Hornet, Freenet और I2P जो कि anonymity network है, इसे आप TOR Browser के विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। होर्नेट टोर ब्राउजर की तुलना में हाई नेटवर्क स्पीड प्रदान करता है। इनके अलावा Subgraphs OS और Tails दोनों Linux-based distributions हैं, इन्हें भी टोर ब्राउजर के आधार पर बनाया गया है।